Sat. Jul 27th, 2024

कैबिनेट ने कानून बनाने के लिए दी मंजूरी  
धामी कैबिनेट में 8 प्रस्तावों पर लगी मुहर
वित्त विभाग में सहायक लेखाधिकारियों के पदों पर प्रमोट होने वाले अधिकारियों के लिए नियमावली में बदलाव
केंद्र सरकार के एससी के छात्रों को दी जाने वाली दशमोत्तर छात्रवृत्ति को राज्य सरकार ने किया एडॉप्ट
अनुसूचित जाति दशमोत्तर छात्रवृत्ति योजना के तहत छात्रवृत्ति दरों में वृद्धि की गई
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी विभाग (एनआईटी) सुमाड़ी श्रीनगर को मिली भूमि
सुमाड़ी को तकनीकी शिक्षा विभाग की 5.335 एकड़ भूमि निशुल्क होगी ट्रांसफर
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अब लाभार्थियों को डेढ़ लाख रुपए की धनराशि राज्य सरकार देगी
अशासकीय विद्यालयों में भर्ती प्रक्रिया पर कैबिनेट की रोक के लिए उच्च शिक्षा में बनाई गई समिति करेगी समीक्षा
बच्चों के लिए चार मैदानी जिलों में चाइल्ड और जनरल काउंसलर होंगे नियुक्त
देहरादून। सचिवालय में आयोजित धामी सरकार की कैबिनेट बैठक में सोमवार को कई प्रस्तावों पर मुहर लगी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में आठ महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर मुहर लगी है। करीब 1 घंटे तक चली बैठक के बाद मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने फैसलों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रदर्शन व दंगों के दौरान सरकारी व निजी संम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों को ही इसकी भरपाई करनी पड़ेगी। सरकार इसके लिए कानूनी लाने की तैयारी कर रही है जिसके लिए कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है।
राधा रतूड़ी ने फैसलों की जानकारी देते हुए बताया कि गृह विभाग के अंतर्गत दंगों और अशांति मामलों के दौरान सार्वजनिक संपत्ति के नुकसान की क्षतिपूर्ति दंगाइयों से ही करने के लिए एक क्लेम ट्रिब्यूनल के गठन को मंत्रिमंडल ने मंजूरी दी है। इसके लिए शीघ्र अध्यादेश बनाने को कैबिनेट ने स्वीकृति प्रदान की है। उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने बताया कि अगर उत्तराखंड में दंगों के दौरान किसी भी सरकारी या निजी संपत्ति को कोई नुकसान होता है, तो उपद्रवियों से इसकी वसूली के लिए एक सख्त कानून बनाया जाएगा। आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में इस कानून को मंजूरी दे दी गई। गौर हो कि लोकसभा चुनाव को लेकर जल्द ही देश भर में आचार संहिता लगने की उम्मीद जताई जा रही है। सरकार का पूरा फोकस लोकसभा चुनाव से पहले जरूरी योजनाओं और कार्यों को मंजूरी देना है। जिससे जनता में सरकार की विकास की छवि बनी रहे। ऐसे में धामी सरकार ने आज कैबिनेट बैठक में कई प्रस्तावों पर मुहर लगाई है। सचिवालय में आयोजित कैबिनेट बैठक में आठ महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर मुहर लगी है। वहीं कैबिनेट बैठक एक घंटे तक चली। जिसके बाद मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कैबिनेट बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि वित्त विभाग ने सहायक लेखाधिकारियों के पदों पर प्रमोट होने वाले अधिकारियों के लिए नियमावली में बदलाव करने की अनुमति कैबिनेट ने दे दी है। औद्योगिक विकास विभाग के अंतर्गत संयुक्त निदेशक खनन व संयुक्त निदेशक जीओलॉजी को अब संयुक्त निदेशक के नाम से जाना जाएगा। छात्रवृत्ति को लेकर महत्वपूर्ण फैसला आज कैबिनेट में लिया गया है। कैबिनेट में लिए गए फैसले के अनुसार समाज कल्याण विभाग ने केंद्र सरकार की एससी के छात्रों को दी जाने वाली दशमोत्तर छात्रवृत्ति को राज्य सरकार ने एडॉप्ट किया है। अनुसूचित जाति दशमोत्तर छात्रवृत्ति योजना के तहत छात्रवृत्ति दरों में वृद्धि की गई है। यह वृद्धि 11 जनवरी, 2017 के शासनादेश के अनुसार लागू होगी। उत्तराखंड लोक व निजी संपत्ति क्षति वसूली एक्ट के प्रस्ताव पर कैबिनेट ने लगाई मुहर। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी विभाग (एनआईटी) सुमाड़ी श्रीनगर को विस्तार के लिए भूमि देने की मंजूरी कैबिनेट ने दी है। सुमाड़ी को तकनीकी शिक्षा विभाग की 5.335 एकड़ भूमि निशुल्क ट्रांसफर होगी। उत्तराखंड आवास नीति में संशोधन को पर कैबिनेट ने मोहर लगा दी है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अब लाभार्थियों को डेढ़ लाख रुपए की धनराशि राज्य सरकार देगी। इससे पहले यह धनराशी एक लाख रुपये दी जाती थी। माध्यमिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत अशासकीय विद्यालयों में भर्ती प्रक्रिया पर कैबिनेट की रोक के लिए उच्च शिक्षा में बनाई गई समिति करेगी समीक्षा। उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत इसके लिए पहले से कमेटी गठित है। यही कमेटी माध्यमिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत अशासकीय विद्यालयों में भर्ती को लेकर अपनी रिपोर्ट देगी। न्याय विभाग के अंतर्गत चार जनपदों देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल व उधमसिंह नगर में चाइल्ड और जनरल काउंसलर की नियुक्ति की जाएगी।



भूमि के हस्तांतरण की मंजूरी से रफ्तार पकड़ेगा एनआईटी का निर्माण
देहरादून। उत्तराखंड में लंबे समय से चली आ रही एनआईटी कैंपस की मांग को लेकर खींचतान चल रही थी। इसके बाद लगभग 9 साल का अंतराल पूरा होने पर बीते साल 2023 में केंद्र सरकार ने एनआईटी निर्माण को स्वीकृति देते हुए यह साफ किया था कि एनआईटी के दो कैंपस होंगे। इसमें एक श्रीनगर में होगा जबकि दूसरा सुमाड़ी में खोला जाएगा।
इस दिशा में कई हद तक काम भी हुआ और फिलहाल कैम्पस का एक बड़ा हिस्सा चलने भी लगा है। लेकिन आज धामी सरकार ने इसी दिशा में कैबिनेट में बड़ा फैसला लिया। कैबिनेट में राष्ट्रीय औद्योगिकी विभाग द्वारा सुमाड़ी एनआईटी के लिए 5.335 एकड़ भूमि निशुल्क स्थानांतरण को मंजूरी दे दी गई है। उम्मीद है अब रुका हुआ काम जल्द पूरा हो पायेगा।
एनआईटी की मांग को लेकर बीते कई सालों से उत्तराखंड के श्रीनगर से लेकर देहरादून और दिल्ली के जंतर मंतर तक खूब प्रदर्शन हो रहे थे। इसके बाद केंद्र सरकार ने 6 फरवरी 2023 को कैंपस को लेकर अपनी तरफ से फैसला दिया था, जिससे यह साफ कर दिया था कि एनआईटी कहीं और नहीं बल्कि श्रीनगर में ही खोला जाएगा। इसके दो कैंपस होंगे। एक श्रीनगर और दूसरा पौड़ी के ही सुमाड़ी में होगा। लेकिन विभाग इस असमंजस में था कि आखिरकार कैसे और कहां जमीन तलाशी जाएगी।
2023 के अंतिम महीने में जमीन को तलाशने के बाद आज उत्तराखंड की धामी सरकार की महत्वपूर्ण कैबिनेट बैठक में यह फैसला लिया गया है कि उत्तराखंड सरकार तकनीकी शिक्षा विभाग को निशुल्क जमीन राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी विभाग एनआईटी बनाने के लिए स्थानांतरित करेगा। बताया जा रहा है कि 60 एकड़ भूमि पर यह एनआईटी बनाई जा रही है, जिसमें 1260 बच्चे न केवल पढ़ेंगे बल्कि उनके रहने की व्यवस्था भी की जाएगी।

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