Sat. Jul 27th, 2024

थमेंगे 50 हजार टैक्सियों के पहिए
लोगों को हो रही भारी परेशानी
प्रदेश भर में हो रहा भारी विरोध


देहरादून। कुमाऊं प्रवेश द्वार हल्द्वानी में हिट एंड रन मामले में केंद्र सरकार द्वारा कानून लाये जाने का विरोध हो रहा है। टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष भारत भूषण ने कुमाऊ मंडल में 3 जनवरी यानी कल से हड़ताल का आह्वान किया है। कुमाऊं में कल से 50 हज़ार से अधिक टैक्सियों के पहिये थम जायेंगे।
दूसरी तरफ ड्राइवरों की हड़ताल के चलते पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल का संकट गहराने लगा है। हल्द्वानी के कई पेट्रोल पंप पर आज सुबह ड्राई की स्थिति पैदा हो गई थी। पहाड़ों में अधिकतर पेट्रोल पंप ड्राई हो गए हैं। पर्वतीय पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष वीरेंद्र चड्ढा का कहना है कि सोमवार से हड़ताल के बाद पेट्रोल की सेल में तेजी आई है लेकिन पेट्रोल खत्म होने के आसार नजर आने लगे हैं।
टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष भारत भूषण ने कहा कि सरकार को कानून वापस लेना होगा। नहीं तो एक स्वर में इस कानून का विरोध किया जाएगा। हिट एंड रन कानून के विरोध में 1 जनवरी से सभी ट्रांसपोर्टर, रोडवेज़ बस चालक हड़ताल पर है। अब बुधवार से टैक्सी चालकों के हड़ताल पर जाने से पूरे कुमाऊं में यात्रियों को भारी दिक्क़तों का सामना करना पड़ सकता है।
गौरतलब यह है कि टैक्सी चालकों ने कहा कि हिट एंड रन कानून को वापस लिया जाए। सरकार के इस नियम की वो घोर निंदा करते हैं। कुमाऊं में इस कानून का जोर-शोर से विरोध किया जा रहा है। टैक्सी चालक 3 जनवरी से कुमाऊं में हड़ताल शुरू कर देंगे। टैक्सी यूनियन पदाधिकारियों ने कहा कि बड़े अफसोस की बात है कि सरकार ऐसे कानून बना रही है जिससे ड्राइवरों के लिए वाहन चलाना मुश्किल हो जाएगा। बुधवार से हड़ताल होने के बाद यात्रियों की परेशानी को देखते हुए सरकार को कोई निर्णय लेना चाहिए, जिससे आम जनता और टैक्सी यूनियन के चालकों को राहत मिल सके।


टैंकरों के थमे चक्के, तेल भरवाने के लिए पेट्रोल पंपों पर उमड़ी भीड़
देहरादून। केंद्र सरकार के हिट एंड रन कानून के विरोध का व्यापक असर देखने को मिल रहा है।  हड़ताल के दूसरे दिन ट्रांसपोर्ट की दिक्कत के साथ ही लोगों के सामने पेट्रोल की भी समस्या खड़ी हो गई है। पेट्रोल पंपों पर तेल भरवाने के लिए भारी भीड़ उमड़ पड़ी है।
मसूरी में एक पेट्रोल पंप पर पेट्रोल खत्म हुआ तो दूसरे पेट्रोल पंप पर भीड़ उमड़ पड़ी। स्थिति यह है कि पेट्रोल भरवाने के लिए  सड़क तक लंबी कतार लगी हुई है। रुड़की में थिथौला स्थित आईओसी, एचपी और भारत गैस के सभी चालक चक्का जाम कर हड़ताल पर रहे। तीनों डिपो के चालकों के हड़ताल पर रहने से गढ़वाल मंडल में तेल और गैस का संकट गहराने का खतरा मंडराने लगा है। थिथौला स्थित इंडियन ऑयल कारपोरेशन में 150 से ज्यादा गाड़ियां गढ़वाल मंडल में पेट्रोल, डीजल और कैरोसिन की सप्लाई करती है। इसी के बराबर में हिंदुस्तान पेट्रोलियम में भी करीब 100 गाड़ियां राज्य में डीजल, पेट्रोल और कैरोसिन की सप्लाई करती है।तीनों डिपो के चालक हिट एंड रन कानून के विरोध में चक्का जाम कर हड़ताल पर चले गए हैं। चालकों का कहना है कि जब तक केंद्र सरकार इस नए कानून को रद्द करने का एलान नहीं करती, वह काम पर नहीं लौटेंगे।चालकों के हड़ताल पर चले जाने से तीनों डिपो से तेल और गैस की सप्लाई पूरी तरह बंद हो गई है।चालकों की हड़ताल इसी तरह जारी रही तो पूरे गढ़वाल मंडल में पेट्रोल, डीजल, कैरोसिन का संकट गहरा सकता है।



रूड़की में भी सड़कों पर उतरे वाहन चालक

रूड़की। देशभर मे वाहन चालकों द्वारा केंद्र सरकार के हिट एंड रन के नए कानून का विरोध करते हुए हड़ताल की जा रही है। वहीं नए साल के पहले दिन हड़ताल शुरू की गई थी और आज दूसरे दिन भी हड़ताल के चलते यात्रियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। साथ ही साथ नगर के कई पेट्रोल पम्पों पर पेट्रोल भी खत्म हो गया और हड़ताल के चलते गाड़ियाँ न पहुँच पाने के कारण अपने वाहनों में पेट्रोल डलवाने जा रहे नगरवासियों को भी वापस लौटना पड़ा। नए कानून के विरोध में आज दूसरे दिन बीएचएल अड्डे पर टेम्पो चालक व ई-रिक्शा चालकों ने नए कानून के विरोध में प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की और सरकार से कानून वापस लेने की माँग की। वाहन चालकों द्वारा इकट्ठा होकर केंद्र सरकार के इस नए कानून के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया गया। दरअसल केंद्रीय मंत्रीमंडल ने वाहन से दुर्घटना होने पर चालक को 10 वर्ष का करावास और सात लाख का अर्थदंड वसूलने के नए प्रावधान किया है जिसके विरोध में मोटर वाहन चालकों ने प्रदर्शन किया।इस दौरान वाहन चालकों ने कहा कि यह कानून बहुत गलत है। सड़क पर बहुत भीड़ चलती है अगर कोई दुर्घटना घट जाती है तो एक गरीब आदमी इतना बड़ा जुर्माना कैसे भरेगा। वाहन चालक मजदूरी करके अपने बच्चों जा पेट पालते हैं। एक वाहन चालक पूरा द्विन मजदूरी करके बमुश्किल पाँच सौ रुपए कमाता है कोई दुर्घटना घट गई तो उनके परिवार का क्या होगा। वाहन चालकों के कहना है कि जब तक कानून वापस नही होता तब तक यह हड़ताल चलती रहेगी। वहीं हड़ताल के चलते यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हड़ताल के कारण आम जनता के साथ ही व्यापारियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं पेट्रोल पम्पों पर पेट्रोल न मिलने से भी लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा।

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