Sat. Jul 27th, 2024

घटनाएं रोकने को लेकर प्रभावी कार्ययोजना बनाने को कहा
गांव और जंगल की सीमा पर सोलर फेंसिंग लगेगी
वनकर्मियो की क्विक रिस्पांस टीम गठित करने के दिए निर्देश
देहरादून। राज्य में लगातार हो रहे गुलदार और बाघों के हमलों को देखते हुए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को वन विभाग के अधिकारियों को दिन-रात अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिये गये है। उन्होने वन विभाग के अधिकारियों को इस तरह की घटनाएं रोकने को लेकर प्रभावी कार्ययोजना बनाने को कहा है।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने राज्य में मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं पर गम्भीर चिंता प्रकट की है। उन्होंने गुलदार और बाघों के हमले की बढ़ती घटनाओं को रोकने के लिए वन सचिव एवं वन्यजीव प्रतिपालक को प्रभावी कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में विभाग को चैबीसों घंटे अलर्ट मोड पर रखा जाए और प्रशिक्षित वनकर्मियों की क्विक रिस्पांस टीम गठित कर उसे तत्काल मौके पर भेजा जाए। जंगली जानवरों को आबादी क्षेत्र में आने से रोकने के लिए गांव और जंगल की सीमा पर सोलर फेंसिंग (तार बाड़) लगाई जाए।
कहा कि लंबे समय से यह देखने में आ रहा है कि राज्य के अलग अलग हिस्सों में वन्य जीवों के हमलों को रोकने में वन विभाग बेबस हो रहा है। इसे दृष्टिगत रखते हुए इन घटनाओं को रोकने के लिए दीर्घकालीन योजना बनाई जाए। प्रशिक्षित पशु चिकित्सक मानव वन्यजीव संघर्ष की दृष्टि से इलाकों में चैबीस घंटे तैनात रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में वन्यजीव रेस्क्यू सेंटर गुलदार और बाघों से भरे पड़े हैं। अब वहां अन्य पकड़े गए वन्य जीवों को रखने की जगह नहीं है, लिहाजा इसके लिए भी तुरंत कार्ययोजना बनाई जाए।
बता दें कि मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने बीते माह वन्य जीव प्रतिपालक को निर्देश दिए थे कि राज्य के रेस्क्यू सेंटर के गुलदार और बाघों को दूसरे राज्यों के चिड़ियाघरध् वन्यजीव रेस्क्यू सेंटर में शिफ्ट करने के लिए वहां के जिम्मेदार अधिकारियों से संपर्क करें, ताकि यह समस्या हल हो सके। इस दिशा में अभी तक कोई अपेक्षित प्रगति नहीं होने पर मुख्यमंत्री धामी ने आज पुनः इस सम्बंध में तत्काल कार्रवाई के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि वन्यजीव संघर्ष की घटना की स्थिति में स्थानीय स्तर पर कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी पुलिस और प्रशासन की है। इस मामले में कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मुख्यमंत्री ने जिम्मेदार अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि जंगलों से सटे गांवों में शत प्रतिशत शौचालय और गैस कनेक्शन दिए जाने की योजना बनाई जाए ताकि लोग जंगलों का रुख न करें।



आतंकः एक घर में घुसा बाघ, मौके पर गए तीन वन कर्मी हमले से घायल
टिहरी।  जिले के कीर्तिनगर विकासखंड में बाघ का आतंक बरकरार है। जिससे लोग दहशत के साए में जीने को मजबूर है। ताजा घटनाक्रम में  के मलेथा गांव में विधायक आवास के समीप एक घर में बाघ घुस गया। जिसके बाद पूरे क्षेत्र अफरा-तफरी मच गई। लोगों के  शोर मचाने पर  बाघ खेतों की ओर भागता नजर आ रहा है। सूचना पाकर मौके पर वन विभाग की टीम पहुंची और बाघ को पकड़ने के लिए सर्च अभियान शुरू किया गया है। बाघ ने तीन वन कर्मियों पर भी हमला किया है। बाघ की तलाश जारी है। मामला देवप्रयाग विधायक के मलेथा स्थित आवास के पास का बताया जा रहा है। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान विधायक विनोद कंडारी भी मौके पर मौजूद रहे। विधायक विनोद कंडारी ने कहा कि उन्होंने डीएम, डीएफओ और रेंजर को तुरंत मारने के आदेश दिया है। जब तक बाघ नहीं मरेगा तब तक वह मौके पर ही रहेंगे।


श्रीनगर में एक साथ 5 महिलाओं पर हमले के बाद खौफजदा ग्रामीण
श्रीनगर।टिहरी जिले के कीर्तिनगर विकासखंड में बीते दिन गुलदार ने पांच महिलाओं पर हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। जिसके बाद से ही घायल महिलाओं का हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। गुलदार की धमक से लोगों में खौफ का माहौल है और लोग घरों से बाहर निकलने से कतरा रहे हैं। वहीं घटना के बाद गुलदार खेतों में आराम से चहलकदमी करते दिखाई दिया। पौड़ी जिले के कई क्षेत्रों में लंबे समय से गुलदार का आतंक बना हुआ है। गुलदार कई लोगों को अपना निवाला बना चुका है। जबकि आए दिन गुलदार आबादी वाले इलाकों में चहलकदमी करते दिखाई दे रहे हैं। यही नहीं बीते दिन श्रीनगर के नगर निगम क्षेत्र में डांग में एक घर की छत पर गुलदार की चहलकदमी करते दिखाई दिया था, गुलदार की चहलकदमी सीसीटीवी में कैद होने के बाद लोग खौफजदा है। इससे पूर्व भी गुलदार श्रीनगर के कई इलाकों में देखा गया है। बीती 3 फरवरी और 4 फरवरी की रात को दो नाबालिग बच्चों को गुलदार ने निवाला बनाया था। जिसके बाद श्रीनगर में तीन दिन का नाइट कर्फ्यू भी लगाया गया।


सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में अवकाश घोषित
श्रीनगर। कीर्तिनगर विकासखंड में गुलदार के अलग-अलग हमले ने चिंता बढ़ा दी है। कीर्तिनगर विकासखंड में मवेशियों के लिए जंगल चारा लेने गई पांच महिलाओं पर गुलदार ने हमला कर घायल कर दिया। लेकिन महिलाओं ने हिम्मत नहीं हारी, उन्होंने शोर और पत्थर बरसाकर गुलदार को भागने पर विवश कर दिया। लेकिन जाते-जाते गुलदार ने एक और महिला पर हमला कर दिया, लेकिन महिला के शोर करने के बाद गुलदार झाड़ियों में भाग गया। गुलदार के हमले में मेघना चैहान (30 साल), सुमित्रा चैहान (32 साल), सम्पदा देवी (70 साल), बसंत गिरी (90 साल) और प्रकाशी देवी (60 साल) घायल हो गए। घटना के बाद शिक्षा विभाग ने विकासखंड के सारे सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है।

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