Sat. Jul 27th, 2024

बुधवार को करीबियों सहित कई ठिकानों पर की गई छापेमारी
वन विभाग के घोटाले को लेकर की कार्रवाई
लोकसभा चुनाव से पहले पूर्व वन मंत्री की बढ़ी परेशानियां
देहरादून। उत्तराखंड के पूर्व वन मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरक सिंह रावत की परेशानियां बढ़ने वाली हैं। आज उत्तराखंड वन घोटाला केस में हरक सिंह रावत और उनसे जुड़े करीबियों के ठिकानों पर देशभर में ईडी ने छापेमारी की। ईडी ने उत्तराखंड वन विभाग के अधिकारियों के घरों पर भी छापेमारी की है।
हरिद्वार में पूर्व डीएफओ किशनचंद के हरिद्वार स्थित आवास पर छापेमारी की गई। सुशांत पटनायक के घर पर भी ईडी ने रेड मारी। जिसमें सुशांत पटनायक के घर से करोड़ों का कैश बरामद हुआ। कैश गिनने के लिए मशीनें मंगवानी पड़ी। वहीं, हरियाणा में दो डॉक्टर भाइयों के घर पर भी ईडी ने रेड मारी। ये दोनों भाई कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत के करीबी माने जाते हैं। इसके अवाला ईडी की अलग-अलग टीमें चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तराखंड में छापामारी कर रिकॉर्ड खंगाल रही हैं।
बता दें साल 2016 में उत्तराखंड में बजट सत्र के दौरान हरक सिंह रावत सहित 9 विधायकों ने तत्कालीन हरीश रावत सरकार को तगड़ा झटका दिया था। बजट सत्र के दौरान हरक सिंह रावत अविश्वास प्रस्ताव लाये। इस दौरान कांग्रेस के 9 विधायकों ने हरीश रावत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। जिसके कारण उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन लगा। तब कांग्रेस के 9 विधायक धूमधाम से बीजेपी में शामिल हो गये थे। इस दौरान स्टिंग प्रकरण हुआ था। जिस मामले में भी सीबीआई जांच चल रही है। जिसका सामना हरक सिंह रावत भी कर रहे हैं।
उसके बाद 2018 विधानसभा चुनाव में हरक सिंह रावत, त्रिवेंद्र सरकार में मंत्री बने। उन्होंने समाज कल्याण विभाग संभाला। त्रिवेंद्र सरकार में हरक सिंह रावत का समाज कल्याण विभाग खासी चर्चाओं में रहा। उन पर कई तरह की अनियमितताओं के आरोप लगते रहे। इसके साथ ही हरक सिंह रावत के अधीन वन विभाग भी इससे अछूता नहीं रहा।
पिछले दिनों तत्कालीन वन मंत्री हरक सिंह रावत के ठिकानों पर विजिलेंस की टीम ने भी छापेमारी की थी। अब एक बार फिर से हरक सिंह रावत जांच के दायरे में आ गए हैं जो घटना के समय बीजेपी सरकार में थे लेकिन अभी कांग्रेस पार्टी में हैं।
बीते दो सालों में हरक सिंह रावत सरकारी जांच एजेंसियों की रडार पर हैं। हर दूसरे दिन हरक सिंह रावत के ठिकानों पर छापेमारी की खबरें आती हैं। विधानसभा चुनाव हो या फिर लोकसभा चुनाव, सभी से पहले छापेमारी की कार्रवाई के कारण हरक सिंह रावत बैकफुट पर नजर आते हैं। अब लोकसभा चुनाव से पहले हरक सिंह रावत के ठिकानों और उनके करीबियों के घर छापेमारी हुई है। देशभर में रेड चल रही है। जिससे आने वाले चुनावों में हरक सिंह रावत की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। यही कारण है कि बीते दिनों हरक सिंह रावत ने लोकसभा चुनाव लड़ने से भी इंकार किया था। उनकी हरिद्वार लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की चर्चाएं थी। अब इस सीट के लिए उन्होंने हाईकमान के सामने हरीश रावत की पैरवी की है। इससे पहले पहला मौका था जब हरक सिंह रावत ने विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा था। तब कहा जा रहा था वे लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। मगर अब लोकसभा चुनाव से पहले उन पर एक्शन हुआ है। जिससे उनके सियासी करियर पर भी असर पड़ सकता है।

बीजेपी छोड़ कांग्रेस में शामिल होने से बढ़ी परेशानियां
देहरादून। रह रह कर हरक सिंह रावत से जुड़े विवाद सामने आते रहे। तब हरक सिंह रावत बीजेपी में थे, जिसके कारण इन विवादों को हवा नहीं मिली। इसके बाद उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से ठीक पहले हरक सिंह रावत कांग्रेस में शामिल हो गये थे। उन्होंने विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा। इस बार उन्होंने अपनी बहू अनुकृति गुसाईं को चुनाव लड़वाया, जो चुनाव हार गई। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के बाद हरक सिंह रावत के खिलाफ कार्रवाई का दौर जारी है।

कॉर्बेट अवैध पेड़ कटान मामले में सीबीआई जांच
कॉर्बेट में 6 हजार पेड़ काटने के मामले में भी हरक सिंह रावत पर शिकंजा कस रहा है। नैनीताल हाईकोर्ट ने बीते दिनों इस मामले में सुनवाई करते हुए सीबीआई जांच के आदेश दिये हैं।


भाजपा ईडी व सीबीआई से रेड करवाकर लेना चाहती है चुनावी लाभः करन माहरा
हल्द्वानी। कांग्रेस नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के घर पर ईडी यानी एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट की छापेमारी पर कांग्रेस ने सवाल खड़े किए हैं। मामले में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा का कहना है कि कांग्रेस के मजबूत नेताओं से बीजेपी डर चुकी है। यही वजह है कि कांग्रेस के नेताओं को डराने के लिए बीजेपी अब ईडी और सीबीआई की छापेमारी करवा रही है। हल्द्वानी पहुंचे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने हरक रावत के घर पर ईडी की रेड पर प्रतिक्रिया दी है। करन माहरा ने कहा कि लोकसभा चुनाव आने वाला है, उससे ठीक पहले बीजेपी इस तरह से छापेमारी कर कांग्रेस के लोगों को डराने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि अगर किसी तरह का कोई घोटाला है तो सरकार ने पहले जांच क्यों नहीं करायी? बीजेपी लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस के नेताओं को डराने का काम कर रही है। ईडी और सीबीआई से छापेमारी करवाकर बीजेपी इसका चुनाव में लाभ लेना चाहती है। बता दें कि आज पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के साथ ही कई आईएफएस अफसरों के ठिकानों पर भी ईडी की छापेमारी चल रही है।


काशीपुर में बीजेपी नेता के घर पर ईडी की रेड, हरक सिंह रावत से जोड़ा जा रहा मामला
काशीपुर। उधमसिंह नगर के काशीपुर में बीजेपी नेता के आवास पर ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय ने छापेमारी की है। जिससे हड़कंप मचा हुआ है। ईडी के अधिकारियों की टीम बाजपुर रोड स्थित बीजेपी जिला मंत्री अमित सिंह के आवास को खंगाल रही है। वहीं, इस छापेमारी को हरक सिंह रावत से जोड़कर देखा जा रहा है।
बता दें कि आज कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत समेत उनके तमाम करीबियों के यहां ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने छापे मारे हैं। आशंका जताई जा रही है कि बीजेपी नेता अमित सिंह के निवास पर भी इसी सिलसिले में छापेमारी की जा रही है। ईडी की छापेमारी से सियासी हलचल तेज हो गई है। माना जा रहा है कि इस छापेमारी से बीजेपी नेता समेत हरक रावत की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। फिलहाल, ईडी की टीम बीजेपी नेता अमित सिंह के निवास पर मौजूद है। ईडी का यह छापा पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के ठिकानों पर पड़ रहे छापों से जोड़ा जा रहा है। गौर हो कि उत्तराखंड में पूर्व कैबिनेट मंत्री और कुछ आईएफएस अधिकारियों के ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की है। करीब 10 ठिकानों पर ईडी की टीम छापेमारी कर जानकारियां जुटा रही है।

मुश्किल में हरक, ईडी ने चाबी बनाने वाले से खुलवाई अलमारी
देहरादून। कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत के घर पर ईडी ने छापा मारा है। पूर्व आईएफएस अधिकारी किशनचंद के आवास पर भी ईडी ने छापा मारा। पूर्व मंत्री के घरवालों से भी ईडी ने पूछताछ की। बताया जा रहा है कि यह मामला पाखरो रेंज घोटाले से संबंधित जांच का है। ईडी हरक सिंह रावत के डिफेंस कॉलोनी स्थित घर पहुंची। अलमारी की चाबी मांगने पर घरवालों ने बताया कि चाबी खो चुकी है। तब ईडी ने घर पर आलमारी का ताला खोलने को चाभी बनाने वाला बुलाया और तब अलमारी का लॉक खोला गया। खबर है कि पूरी अलमारी दस्तावेज से भरी हुई थी। इन दस्तावेजों की जांच की जा रही है। खबर यह भी है कि हरक सिंह रावत के बिधौली स्थित हॉस्टल, श्रीनगर में होटल, पैतृक गांव के घर, सहसपुर में आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज में भी ईडी की टीम गई है।


रिटायर्ड आईएफएस किशनचंद पर भी आय से अधिक संपत्ति में कार्रवाई
हरिद्वार। उत्तराखंड के कई स्थानों पर आज ईडी की छापेमारी चल रही है। इसी क्रम में आज पूर्व आईएफएस किशनचंद के हरिद्वार स्थित नंद बिहार कॉलोनी वाले घर पर भी ईडी द्वारा छापेमारी की गई है। देहरादून से आई दो गाड़ियों में ईडी की टीम ने सुबह करीब 7 बजे ही पूर्व आईएफएस किशनचंद के घर पर डेरा डाल लिया था। बताया जा रहा है कि आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में ईडी द्वारा यह कार्रवाई की जा रही है। आपको बता दें कि पूर्व डीएफओ किशनचंद पर भ्रष्टाचार के मामले में कारवाई की गयी थी और उनकी गिरफ्तारी भी हुई थी। उसके बाद विजिलेंस ने किशन चंद पर आय से सैकड़ों गुना अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला दर्ज किया था। तभी से यह माना जा रहा था उनके खिलाफ और भी कार्रवाई हो सकती है।


हरक सिंह रावत का पैतृक घर और आवास खंगाला
श्रीनगर। उत्तराखंड के दिग्गज कांग्रेस नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के विभिन्न ठिकानों पर ईडी की छापेमारी चल रही है। ईडी की टीम ने हरक रावत के श्रीनगर के श्रीकोट स्थित घर और पैतृक गांव गहड़ जाकर भी छापा मारा। जहां ईडी की टीम ने पूरे घर को खंगाल डाला। जिस समय ईडी का छापा पड़ा, उस समय घर पर हरक रावत के भाई, मां-पिता समेत घर के अन्य सदस्य मौजूद थे। वहीं, ईडी की रेड की खबर स्थानीय प्रशासन को भी नहीं थी।
जानकारी के मुताबिक, बुधवार सुबह करीब 8 बजे से 5 गाड़ियों में सवार होकर ईडी के अधिकारी श्रीनगर पहुंचे। जहां एक टीम हरक सिंह रावत के पैतृक गांव गहड़ स्थित घर पर गई तो दूसरी टीम ने हरक रावत के श्रीकोट स्थित घर पर छापा मारा। ईडी की छापेमारी की भनक स्थानीय प्रशासन को भी नहीं थी। स्थानीय पुलिस को भी पूरे छापेमारी से दूर रखा गया। छापेमारी के दौरान ईडी के अधिकारियों को उत्तराखंड पुलिस की सुरक्षा दी गई थी। पुलिस के ये जवान देहरादून से ही ईडी के अधिकारियों के आए थे। ईडी की टीम सुबह 8 बजे से दोपहर तक घर में जांच पड़ताल करती रही। इस दौरान ईडी की टीम ने मीडिया से भी दूरी बनाई रखी। पूरी कार्रवाई के दौरान किसी भी शख्स को न तो घर में जाने दिया न ही किसी को बाहर जाने की अनुमति दी गई। पूरे घर को टटोलने के बाद ईडी की टीम अहम दस्तावेजों को अपने साथ ले गई। आसपास और मोहल्लेवासियों को भी ईडी की इस छापेमारी के बारे में जानकारी नहीं थी। सभी लोग हरक सिंह के आवास पर टकटकी लगाए हुए देखते रहे।

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