थाईलैंड में प्रॉपर्टी निवेश के नाम पर दून के कारोबारी से ठगी थे साढ़े तीन करोड़ रूपए
देहरादून। लोगों को थाईलैंड में अपना कारोबार दिखाकर उनसे थाईलैंड में प्रॉपर्टी, रेस्टोरेंट आदि व्यवसायों में निवेश करने के नाम पर करोड़ों की जालसाजी करने वाले गिरोह के 2 सदस्यों को दून पुलिस ने हरियाणा से गिरफ्तार किया है। आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया।
थाना डालनवाला पर रमेश मनोचा निवासी नई दिल्ली ने प्रार्थना पत्र दिया कि उनके परिचित इन्द्रजीत सिंह कोहली के जरिये उनका परिचय अनिल उपाध्याय व विजय उपाध्याय निवासी आर्यनगर से हुआ था। उपाध्याय बंधुओ ने उनको बताया कि वे बहुत बड़े बिजनेसमेन हैं तथा अपने सहयोगी राजीव, उसकी पत्नी सोनिया, भांजे अक्षय रतूड़ी के साथ मैसर्स बीआर इण्टरनेशनल थाई कंपनी लिमिटेड नाम की फर्म के माध्यम से होटल, टूरिस्ट ट्रैवल्स, प्रापर्टी डीलिंग जिसमें बहुमंजिली इमारतें बनाने व थाईलेंड में टूरिस्ट स्थानों में रैस्टोरेंट का व्यवसाय करते है। उनके द्वारा एक सोची-समझी रणनीति के तहत वादी और उसके परिजनों को विश्वास में लेकर उनसे होटल व्यवसाय व अन्य ट्यूरिस्ट एक्टिविटीज में इन्वेस्टमेंट के नाम पर करीब तीन करोड़ पैंतीस लाख रुपये लेकर गायब हो गए। प्राप्त प्रार्थना पत्र के आधार पर थाना डालनवाला पर धोखाधड़ी व 12 पासपोर्ट एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया। लगातार आरोपियों के विरुद्ध दबिश देते हुए अलग-अलग राज्यों से उनके विरुद्ध साक्ष्य संकलन करने पर दून पुलिस को जानकारी प्राप्त हुई कि आरोपियों ने नारायणगढ़ थाना क्षेत्र, जनपद अम्बाला हरियाणा में लोगों को विदेश भेजने के नाम पर ग्लोबल वीजा के नाम से एक कार्यालय खोल रखा था, जहां पर वह स्थानीय लोगों से विदेश भेजने के नाम पर लाखों रुपये ले चुके थे, जिस पर लोगों द्वारा उनके विरुद्ध करीब थाना नारायणगढ़ में धोखाधड़ी से संबंधित कुल 5 मुकदमे दर्ज कराए हैं, जिसमें मुख्य आरोपी विजय उपाध्याय को पुलिस ने गिरफ्तार किया था, जो अंबाला सेन्ट्रल जेल में बंद है। जिस पर डालनवाला पुलिस ने न्यायालय से आरोपी विजय उपाध्याय को दून लाने के लिए वारंटी-बी प्राप्त किया गया। जब पुलिस ने सैन्ट्रल जेल अम्बाला में वारंट-बी दाखिल किया और नारायणगढ़ थाने से जानकारी की गयी तो पता लगा कि आरोपी विजय उपाध्याय यहां पर राजीव और उसकी पत्नी सोनिया के साथ अपना नाम बदल कर विज्जू डंगवाल के नाम से रह रहा था और इसी नाम से उसके द्वारा पहचान पत्र व अन्य कागजात भी तैयार किए गए थे। आरोपी राजीव कुमार की गिरफ्तारी के लिए दबिश देते हुए उसे उसके गांव नहोनी थाना मुलाना, अम्बाला, हरियाणा से गिरफ्तार किया गया। जानकारी के आधार पर उसकी पत्नी सोनिया को उसके मायके बीसी बाजार बाल्मिकी बस्ती, अम्बाला कैंट, हरियाणा से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में दोनों ने विजय उपाध्याय उर्फ विज्जू डंगवाल, अनिल उपाध्याय और अक्षय रतूड़ी के साथ मिलकर योजनाबद्ध तरीके से रमेश मनोचा व उसके परिवार को झांसे में लेकर थाईलैंड में व्यवसाय स्थापित करने और भारी लाभ अर्जित करने का लालच देने के संबंध में कुल 3 करोड़ 35 लाख रुपये लेने की बात स्वीकार की गई है।